sidh kunjika Fundamentals Explained
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।
हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत् ॥ १ ॥
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी check here प्रतिपालिका ।
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.