What Does baglamukhi shabar mantra Mean?

इस परिशिष्ट में जिन मन्त्रों का उल्लेख किया जा रहा है, वे लोक- परम्परा से सम्बद्ध भगवती-उपासकों द्वारा पुनः-पुनः सराहे गए हैं। इन मन्त्रों का प्रभाव असंदिग्ध है, जबकि इनके साधन में औपचारिकताएं नाम मात्र की हैं। यदि भगवती बगलाम्बा के प्रति पूर्ण आस्था एवं श्रद्धा-भाव रखते हुए इन मन्त्रों की साधना की जाए, तो कोई कारण नहीं है कि साधक को उसके अभीष्ट की प्राप्ति न हो।

पीतार्णव-समासीनां, पीत-गन्धानुलेपनाम् ।

• Removes all the sorrows and gives self esteem, fearlessness and courage.• Fills the minds and hearts on the devotees by using a good Power to move the success path• Removes the debts and improves prosperity at your house• Panic of enemies is eradicated as well as the devotee activities a fantastic degree of ease and comfort in mind. The enemies will no extra manage to confront you.

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद स्वाहा॥

पर – प्रज्ञापहारीं तां, पर – गर्व – प्रभेदिनीम् ।

शत्रोर्जिह्वां च खड्गं शर-धनु-सहितां व्यक्त-गर्वाधि-रूढां ।

This Baglamukhi Shabar mantra is useful here for attaining particular needs. The needs can be to demolish the actions of enemies or to meet any material desire.

ऋषि श्रीअग्नि-वराह द्वारा उपासिता श्रीबगला- मुखी

हस्तैर्मुद्गगर – पाश -वज्र-रसनां संविभ्रतीं भूषणै –

नमामि बगलां देवीमासव-प्रिय – भामिनीम् ।

तंत्र की सबसे बड़ी देवी हैं मां बगलामुखी, कठिन समय में देती हैं संबल, पढ़ें पूजा की सावधानियां

Benefits: This mantra has plenty of baglamukhi mantra Added benefits. Baglamukhi Mantra is actually a Unique mantra for winning intricate court instances and beating challenges. It can help prevent the things to do of their enemies from satisfying their evil intentions.

Positive aspects: The mantra features a plea to Hanuman to bring again Sita, the consort of Lord Rama, from Lanka. As a result, chanting this mantra with devotion and sincerity is considered that will help during the fulfilment of dreams plus the resolution of issues.

यहाँ पर उल्लिखित शाबर मन्त्र के सम्बन्ध में अनुभवी साधकों का यह निष्कर्ष है कि यह परमशक्तिशाली मन्त्र है और इसका प्रयोग कभी निष्फल नहीं होता है। यह प्रबल बगलामुखी शत्रु विनाशक मंत्र है। इसका सिद्धि-विधान भी अत्यन्त ही सरल है। इसके लिए साधक को यह निर्देश है कि भगवती बगला की सम्यक् उपासना एवं उपचार के उपरान्त प्रतिदिन दो माला जप एक महीने तक करें। इतने अल्प समय और अल्प परिश्रम से ही यह मन्त्र अपना प्रभाव प्रकट करने लगता है।

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